Saturday 16 April 2011

गीत-शुक्रिया शुक्रिया


गीत-शुक्रिया शुक्रिया !


शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया-2

मैने तुझको तूने मुझको दिल दिया,-2

शुक्रिया शुक्रिया .............

चल रहे थे हम तो अकेले,
आकर तुमने हमे थाम लिया-2
शुक्रिया शुक्रिया......




चल रही थी बिन तेरे ये ज़िंदगी,
ना कोई उमंग थी ना कोई तरंग थी

तुझसे पहले मेरा था ना कोई साथी, 
ज़िंदगी थी बस दिया बिन बाति

जी रहे थे हम तो अकेले ये ज़िंदगी 
आकर बन गया तू मेरा जीवन साथी
शुक्रिया शुक्रिया .............

मैने तुझको तूने मुझको दिल दिया,
मैने तुझको तूने मुझको दिल दिया

थाम कर जो मेरा हाथ तूने
मुझे दी हॅसी दी हर खुशी,
तुझसे पहले ना थी खुशी ना थी हॅसी,
ये ज़िंदगी थी बस बेरूख़ी-2


ये कैसे बात तुमने कर दी हाँ तुमने कर दी,
अब जा कर सुकून है आया,
मैं तुझमे और तू मुझमे है समाया,-2

शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया, शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया-4
--
Thanks and Regards

*****Archu*****

save child & save childhood (Article)


बचपन हर इंसान का सबसे खूबसूरत वो लम्हा होता है जिससे वो बड़े होने पे भी कभी नही  भूल पता, बचपन की यादे हमे  हर पल आती है, वो बिना किसी चिंता के यहा वाहा दोस्तों के साथ घूमना, मस्ती करना, दीन-दुनिया से बेख़बर हो कर ज़िंदगी जीना, और फिर हम जब बड़े हो जाते हैं तो सोचते है वो पल कब कैसे गुज़र गये और हम आज इतने बड़े हो गये.

जैसे की बचपन की हर बात हमे याद रहती है हर पल और जब हम फ्री होते हैं और सोचते हैं उन लम्हो की तो बहुत ही रोमांचित होते हैं, लेकिन कभी कभी ये ही बचपन हमे कुछ कड़वी यादे भी दे जाता है, आज हम आपसे बात कर रहे हैं "चाइल्ड सेक्सयूयल  हरासमेंट" की यानी की बॉल यौन शोषण की. अक्सर बच्चो क साथ उनके किसी करीबी रिश्तेदार या जानने वाले ही उनके साथ ऐसा करते हैं और बच्चे ये सब कुछ से कर भी चुप रह जाते हैं वो अपने पेरेंट्स को इस बारे में बता भी नही पाते की उनके अपने ही उनके बच्चो क साथ क्या कर रहे हैं, और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो इसका असर उनकी पूरी लाइफ पे हमेशा पड़ता है,


मैने काफ़ी लोगो से इस बारे बात की जो अपने बचपन में sexual harasment का शिकार रहे हैं और आज भी बचपन की वो यादे उनके दिलो दिमाग़ पे किस कारदार छाई  है, Lucknow की नेहा (चेंज्ड नामे) जिनकी उमर आज 35 साल है और वो हाउस वाइफ हैं बताती है की जब उनकी आगे लभाग 3 साल की थी तभी उनके एक करीबी रिश्तेदार जिसके उमर उस टाइम लगभग 22, 23 साल रही होगी ने उनके साथ दुराचार करना शुरू कर दिया, वो उस वक़्त जानती भी नही थी की ये सब क्या है, वो अपने माता पिता को बताना चाहती थी पर उनका वो रिश्तेदार उन्हे बहला फुसलाकर ये सब उन्हे अपने पेरेंट्स को बताने के लिए माना करता था, जब वो कुछ बड़ी हुई और समझदार हुई तब उन्हे पता चला की उनका रिश्तेदार उनके साथ क्या कर रहा है वो तब भी अपने रिश्तेदार की हरक़ते अपने पेरेंट्स को बताना छाती थी पर वो ऐसा नही कर पाई क्यों की उन्हे लगा की ऐसा करने से उनके परिवार की  बदनामी हो सकती है और उसमे दरार भी आ सकती है, इस कारण वो सब कुछ सहती रही जब तक की उस रिश्तेदार की शादी नही हो गयी, लेकिन बचपन की वो कड़वी यादे उनके दिलो दिमाग़ में इस कदर हावी हुई की जब नेहा की शादी हुई तो वो अपने पति के साथ सेक्स न्ही कर पाई, वो बताती है जब उनके पति ने उनसे सेक्स करने की कोशिश की तो उनके दिल में बचपन की वो कड़वी यादे इसमे बाधक बनी, उन्हे वो सब याद आने लगता जब भी उनका पति उनसे सेक्स करता  और इस वज़ह से वो शादी के बाद अपने पति को सेक्स में संतुष्ट न्ही कर पाई,



गुजरात की रूचि (बदला हुआ नाम) जिनकी आगे 27 साल है और वो अब मुंबई में रेलवे में जॉब करती हैं बताती है जब वो लगभग 5 साल की थी तब से लेकर लगभग 10 साल की आगे तक उनके पापा के एक दोस्त ने उके साथ यौन दुर्व्यवहार किया, वो किसी ना किसी बहाने से उन्हे अपने पास बुलाता था और उनके साथ ऐसा करता था और कुछ भी अपने पेरेंट्स को इस बारे ना बताने को कहता था, रूचि भी नेहा की तरह ही अपने घर में इस बारे में किसी को कुछ नही बता पाई और ये सब कुछ तब तक सहती रही जब तक की वो उनके शहर से नही चला गया, लेकिन  वो बाते आज भी रूचि के दिल में बैठी है जिसके वज़ह से वो आज शादी भी नही करना चाहती हैं. ऐसी ही एक कहानी कोटा राजस्थान की नीलिमा की है जिनके एक बेहद करीबी रिश्तेदार ने बचपन में उनके साथ कई  बार यौन दुर्व्यवहार किया, वो बाते याद कर के नीलिमा कहती है की उनका तो रिश्तो पर से भरोसा ही ख़त्म हो गया है.



ऐसा नही है की ये सब सिर्फ़ लड़कियो के साथ ही होता है कई बार लड़के भी यौन दुराचार क शिकार होते है, 32 साल के भोपाल क सोहम (चेंज्ड नामे) बताते हैं की जब उनके आगे लगभर 4, 5 साल रही होगी, उनका एक कज़िन जो की उस समय लगभर 20 साल का था अक्सर उन्हे बाहर गुमाने और खैलने के बहाने से ले जाता था और वाहा ले जा कर उनके साथ दुराचार करता था, बचपन की कड़वी बाते उन्हे याद हैं और आज वो उससे बेहद नफ़रत करते हैं, जब हमने उनसे पूछा की उन्होने इसकी शिकायत किसी से क्यों नही की तो उन्होने बताया की अक्सर वो उन्हे डराता धमकता था और किसी को कुछ  भी ना बताने को कहता था और इससे एंजाय करने को कहता था, सोहम कहते हैं की वो अपने बच्चो को अपने किसी रिश्तेदार या जानने वाले के यहा कभी अकेले नही भेजेंगे क्यों की जो कुछ उनके साथ हुआ वो नही चाहते की उनके बच्चो क साथ भी हो.



30 साल की भोपाल की ही दीपा बताती है की जब वो 7, 8 साल की थी तब से उनके साथ उनके एक बेहद करीबी रिश्तेदार ने यौन दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया, वो इस बारे में कुछ नही जानती थी पर उन्हे भी उस टाइम ये सब अच्छा लगने लगा और इस वज़ह से वो इस बारे में किसी को कुछ भी नही बता पाई, और वो बताती है की अब 30 साल की एज में उन्होने ना जाने कितनो के साथ सेक्स किया है, वो बताती है की जब बचपन में ये सब होता है तब 2 बाते होती है या तो सेक्स में इंटेरस्ट बिल्कुल ख़त्म हो जाता है या बहुत बाद जाता है सो दीपा का इस तरफ इंटेरेस्ट काफ़ी बड़ गया.



सो इन सब बातो से हमे पता चलता है की बचपन में हुई बाते हर इंसान के दिल और दिमाग़ पे कितना असर डालती है और हमारा फ्यूचर भी काफ़ी हद तक इससे प्रभावित होता है,
इतने सारे लोगों से बात करने पर मुझे लगा की इसमे ज़्यादातर ग़लती बच्चो के मा बाप की हैं क्यों की वो दूसरो पे भरोसा कर के अपने बच्चो को उनके साथ भेज देते हैं, इसके साथ वो अपने बच्चो को ये नही बताते की किसी का कैसा टच होना चाहिए, अगर बच्चो को लगे की कोई उन्हे ग़लत तरीके से छू रहा है तो उन्हे तुरंत अपने पेरेंट्स को इस बारे में बताना चाहिए, पेरेंट्स को भी अपने बच्चो के साथ ऐसा रिश्ता रखना चाहिए जिससे बच्चे बेहिचक उन्हे अपने साथ हुए ऐसे व्यवहार को उनसे कह सके, पेरेंट्स को चाहिए की अगर उनका बच्चा ऐसी कोई शिकायत उनसे कर रहा था तो तुरंत कोई ठोस कदम उठाए चाहे ऐसा करने वाला उनका कितना ही ख़ास क्यों ना हो तभी हम "बॉल यौन शोषण" को काफ़ी  हद तक कम कर सकते हैं. बच्चे देश का भविस्या है और सबसे पहले उनके माता पिता का फ़र्ज़ है की वो उन्हे बेहतर एजुकेशन के साथ एक सेफ बचपन भी  दे....



Monday 4 April 2011

क्या है सच्चा प्यार ? आओ सुनो एक कहानी एक चिडिय ा को एक सफ़ेद गुलाब से प्यार हो गया , उसने गुलाब को प्रपो स किया , गुलाब ने जवाब दिया की जिस दिन मै लाल हो जाऊंग ा उस दिन मै तुमसे प्यार करूँग ा , जवाब सुनके चिडिय ा गुलाब के आस पास काँटो ं में लोटने लगी और उसके खून से गुलाब लाल हो गया, ये देखके गुलाब ने भी उससे कहा की वो उससे प्यार करता है पर तब तक च...

वो लड़का जो सबसे अलग है, वो लड़का तो सबसे अलग है,

<गर्ल>



अक्सर सपनो में वो आता है, धीरे धीरे दिल धड़काता है,

कभी हसाता  है, कभी रुलाता  है,

कभी तड़पाता है, कभी प्यार जताता है..
                                                     


वो लड़का जो सबसे अलग है, वो लड़का तो सबसे अलग है,

वो लड़का जो सबसे अलग है, वो लड़का तो सबसे अलग है,

 <बॉय>
                                                    
 अकसर सपनो में वो आती है, धीरे धीरे दिल धड़काती है,

कभी हस्साती है, कभी रूलाती है, कभी तड़पाती है, कभी प्यार जताती है,,
                                                 
 वो लड़की जो सबसे अलग है, वो लड़की तो सबसे अलग है..-२

             <गर्ल>          
चोरी चोरी ख्वाबों में वो आता है, दिल में नयी नयी उमंगे जागता है,

मुझे प्यार भारी दुनिया दिखता है जिसे वो प्यार से हर दिन सजाता है,

कहता है इस दिल में सिर्फ़ तुम ही तो रहती हो, ये दिल तुम पे ही तो आया है,

तेरा ही नशा मुझे पे तो है अब हरदम छाया  है,
 
 वो लड़का जो सबसे अलग है वो लड़का तो सबसे अलग है..-२

अक्सर ख्वाबों में वो आता है, धीरे धीरे दिल मेरा चुराता है,

कैसे समझाओ अपने इस दिल को जो सिर्फ़ अब उसका होना है चाहता,
आखों में नींद नही  आती है,

दिल में बेचेनी बड़ी रहती है, कर्वते बदल के रात गुजरती है,

मन बस उससे मिलने की  ही आस रहती है..............

सपनो में आने वाले आए दिलबर एक दिन तू सामने तो आ, 

सपनो में   दिल धड़काने वाले ए जादूगर सच   में जोई जादू दिखा,

< बॉय>
चोरी से मेरे सपनो में वो आती है,  मेरे दिल में नयी तरंगे जागती है,

मुझे प्यार भारी दुनिया में ले जाती है, जिसे हम दोनो ने सजाई है वो कहती है,
इस दिल में सिर्फ़ तुम ही तो समाए हो, इस दिल में हर वक़्त तुम ही तो रहते हो,

मीठी मीठी बातें वो बनाती है, मुझे बहलाती है, प्यार सिखाती है,

वो लड़की जो सबसे अलग है, वो लड़की तो सबसे अलग है..-२
                 
सपनो में आने वाली ओ शेज़ादी कभी मेरे सामने तो आ,

धीरे धीरे प्यार सिखाने वाली ओ दिलरुबा कभी सच्च में भी प्यार सिखा...
हर पल तेरे लिए तड़प्ता हूँ, ना जागता ना सोता हूँ,

जाने किस दुनिया में खोया रहता हूँ, हर पल तेरा ही इंतज़ार करता रहता हूँ,

बिन पिए ही नशे में डूबा रहता हूँ, तेरे ही ख्यालों में खोया रहता हूँ ,ओ दिलरुबा..-२

<गर्ल>
डोली में ले चल मुझे, अपनी प्यार भारी दुनिया सज़ा,
तेरे लिए ही तो मैं दुनिया में आई हूँ, और तू मेरे लिए ही तो है आया,

 तेरे दिल में मैं समाई हूँ और मेरे दिल में तू है समाया,

सपनो में आने वाले ओ दिलबर....................

<बॉय>

सपनो मेी आने वाली ओ दिलरुबा आ तू सामने तो आ अब ज़रा -२ 
 
 <गर्ल>

अक्सर सपनो में वो आता है धीरे धीरे दिल धड़काता है-२


<बॉय>

अक्सर सपनो में वो आती है, धीरे धीरे दिल धड़काती है,

कभी  हस्साती  है, कभी रूलाती है-२


<गर्ल>

अक्सर सपनो में वो आता है,


<बॉय>

अक्सर सपनो में वो आती है

<गर्ल>

अक्सर सपनो में वो आता है,


<बॉय>

अक्सर सपनो में वो आती है