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Tuesday, 3 October 2023

Love shayri

 ज़िंदगी मे अब एक किनारा ढूंढते है

थक चुके अकेले एक सहारा ढूंढते है

जो थाम कर चले हाथ उमर भर मेरा

बस एक वो साथी हमारा ढूँढते है



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