तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे
आती गयी, तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर
पल हमे आती गयी,
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
इस दिल में तेरी ही तस्वीर है सनम, तू न आये भले पर इस दिल में तू ही रहता है हर दम, छोड़ गया है तू मुझे भले ही बीच मझधार में, पर ये मेरा दिल तड़पता है तेरे ही इंतज़ार में,
कोशिशे लाखो की तुझे दिल से दूर करने की, पर न हुआ तू दिल से दूर तू, आया दिल के करीब और भी तू, ये कैसा रिश्ता मैंने तुझसे बनाया है, किया है जितना तुझे दिल से दूर उतना करीब पाया है,
समाया है तू मेरी साँसों में, मैंने अपनी हर धड़कन में सिर्फ तुझी को पाया है, दिल कहता है मेरा भले है दूर तू मुझसे पर तेरे संग हर पल मेरा ही है साया है, मैंने भी खुद में सिर्फ तुझी को पाया है,
दिल ने कहा तुझे भुला दू अब, दिल को पत्थर का बना दू अब, दूर कर दू तुझे अपने साँसों से, धडकनों से तुझे निकल कर किसी और को अपना बना दू अब,
पर जब किसी और को अपने साथ पाया इस दिल में फिर भी तेरा ही ख्याल है आया, दे हमने उससे अपना सब कुछ दिया, पर ये दिल फिर भी उससे अपना न पाया,
तुझे भुलाने की कोशिशे सब नाकाम रही, तू समाता रहा मुझमें और तेरी यादे मेरे साथ रही,तुझे भुलाने की कोशिशे सब नाकाम रही, तू समाता रहा मुझमें और तेरी यादे मेरे साथ रही,
तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी, तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी,
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी, तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी,
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
इस दिल में तेरी ही तस्वीर है सनम, तू न आये भले पर इस दिल में तू ही रहता है हर दम, छोड़ गया है तू मुझे भले ही बीच मझधार में, पर ये मेरा दिल तड़पता है तेरे ही इंतज़ार में,
कोशिशे लाखो की तुझे दिल से दूर करने की, पर न हुआ तू दिल से दूर तू, आया दिल के करीब और भी तू, ये कैसा रिश्ता मैंने तुझसे बनाया है, किया है जितना तुझे दिल से दूर उतना करीब पाया है,
समाया है तू मेरी साँसों में, मैंने अपनी हर धड़कन में सिर्फ तुझी को पाया है, दिल कहता है मेरा भले है दूर तू मुझसे पर तेरे संग हर पल मेरा ही है साया है, मैंने भी खुद में सिर्फ तुझी को पाया है,
दिल ने कहा तुझे भुला दू अब, दिल को पत्थर का बना दू अब, दूर कर दू तुझे अपने साँसों से, धडकनों से तुझे निकल कर किसी और को अपना बना दू अब,
पर जब किसी और को अपने साथ पाया इस दिल में फिर भी तेरा ही ख्याल है आया, दे हमने उससे अपना सब कुछ दिया, पर ये दिल फिर भी उससे अपना न पाया,
तुझे भुलाने की कोशिशे सब नाकाम रही, तू समाता रहा मुझमें और तेरी यादे मेरे साथ रही,तुझे भुलाने की कोशिशे सब नाकाम रही, तू समाता रहा मुझमें और तेरी यादे मेरे साथ रही,
तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी, तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी,
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी, तेरे इंतज़ार में सारी उम्र गुज़रती गयी, तू न आया पर तेरी याद हर पल हमे आती गयी,
तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम, तडपते रहे सारी उम्र तेरे इंतज़ार में हम , तू न आया ऐसा क्यों हुआ तू हमसे नाराज़ सनम
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