खो चुके थे उनसे मिलने की हर उम्मीद हम
खो चुके थे उनसे मिलने की हर उम्मीद हम, सोचने लगे थे न मिल सकेंगे उनसे कभी हम, पर आखिर उस रब की नज़र में आये हम,
कबूल कर ली उसने जो दुआ हमारी भी, पहला कहे या आखरी बार ही सही उनसे मुझे एक बार मिला तो दिया, जो खो चुके थे हर उम्मीद उनसे मिलने की हम, उनसे मिलवा कर रब ने मेरे दिल में प्यार की तलास में बुझे हुए चिराग को आखिर इस कदर जला जो दिया......
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