ईश्वर कहते है, "सदियों से मानव समुदाय ईश्वर के अस्तित्व पर सवालिया निशान लगाता रहा है, यदि कुछ बुरा हो जाय तो ईश्वर पर दोष मड दिया जाता है, क्या वो व्यक्ति बता सकता है उसने कितने निरीह जीवो की रक्छा की,
हे मनुष्यो मेरा कोई रूप रंग व आकार नही है मै हर उस प्राणी मै हू जो जरूरतमंद एवं निरीह जीवो की सहायता करते है, उस वक्त वही मेरा रूप रंग व आकार होता है"
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