Tuesday, 14 September 2021

प्यार भरी कविता



इज़हार ए मोहब्बत आज हम करना चाहते हैं
मरना नही संग तेरे अब जीना चाहते हैं
रुलाया बहुत ज़िंदगी ने हमें यु तो हर बार 
थाम कर हाथ तेरा अब हम मुस्कुराना चाहते हैं

गिरते गिरते फ़िर आज सम्भलना चाहते हैं
ईश्क की राहों में आज फिसलना चाहते हैं
प्यार में खो कर भुला दूँ खुद को इस कदर
बाहों में आज तेरी कुछ यु मचलना चाहते हैं


 

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