अपनी किस्मत से शायद कुछ ज्यादा ही हमने मांग लिया, अपने हाथों की लकीरों पर शायद कुछ ज्यादा ही हमने ऐतबार कर लिया, ख्वाब देखे जो ज़िन्दगी के हमने शायद बेवज़ह उन्हें हमने सच जान लिया, बिखरे तो पहले से थे ज़मीं पे हम और इसी बिखरी हुई ज़िन्दगी को ही अपना मान लिया, मिले गम मुझे दुनिया से बहुत पर अपने ग़मों के साथ आँखों से बहते इन अश्कों को ही अपनी ख़ुशी मान लिया
आप के साथ ऐसा हुआ है में अब क्या बोलू पर
ReplyDeleteआप जेसी लड़की बहुत कम होगी आज के टाइम में अच्छे लोगो के ऐसे ही होता है बड़ी दुःख की बात है ये
achhe logon ke saath hi bura hai dear
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