तुम थे तभी तो महकती थी मेरी ये जिन्दगी
तुम थे तभी तो थी इसमे हर खुशी
क्यो बेवफा आशिक की तरह तुम भी बेवफा निकले
तुमसे हमे ये उम्मी तो न थी
भुला के अपने वादे वफा के दूर एक दिन तुम हमसे चल दिये
क्या इसी के लिये ही दोस्ती तुमने हमसे की थी
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