येशु तेरे चरणों की इक धूल जो मिल जाये
माथे से लगा लू जो
ये जीवन सवर जाए
येशु तेरे चरणों की....................।
भटके हुए कदमो को इक मन्ज़िल मिल जाये
तू थाम जो हाथ मेरा
ये जीवन सुधर जाए
येशु तेरे चरणों की इक धूल जो मिल जाये........................।
मझधार में फंसी नैया पार तो हो जाये
तू रोक दे जो ये तूफान
ये भवर तो थम जाए
येशु तेरे चरणों की........
.............................।
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