आज ये कैसा लोक्तंत्र है, मचा हड़कंप है
आँसुओं मे देखो, आज डूबा हर जनतंत्र है
लुट रही आबरू हर पल बेटियों की रोज
खामोश है देश,क्या आज ऐसा ये गणतंत्र है
इसी के खातिर शहीद हुए भारत के ये वीर
आज दूषित राजनीति,का कैसा ये षड्यंत्र है
अपने लिये जीने वाले आये राजा मतवाले
मत भूल ये देश है भारत,न की तेरा राजतंत्र है
खुद को खुदा समझने की भूल तु जो कर बैठा
भूल गया तू, की देश मे अभी भी लोक्तंत्र है
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