आज Good friday है, आज का दिन एक बहुत ही ख़ास दिन है, आज के दिन लोर्ड जीसस ने अपने शरीर को त्यागा था, संसार की भलाई के लिए, पर क्या जानता है कोई इसके पीछे वो क्या सन्देश हम सब को देना चाहते थे, जीसस भगवन के इकलौते पुत्र थे, गोड ने उन्हें धरती पे हम सब की भलाई के लिए भेजा था, पर उन् दिनों धरती पे इतना पाप फेल्ला हुआ था जिसके बारे में आज बात भी ना ही की जा सकती है, जीसस ने धरती पे जन्म लिया, देव दूतों ने पापियों को बता दिया को उनका संहार करने वाला मसीहा अब इस धरती पे आ गया है, वो उन्हें ढूँढने में लग गए पर उन्हें ढून्ढ ना सके, पर वक़्त के साथ जीसस धीरे धीरे लोगों के बीच लोक प्रिय होने लगे, पापी और दुराचारी शशक वर्ग को खबर लग गयी की ये वो है है जिसके बारे में देव दूत बता कर गए थे, वो उनके खिलाफ षड़यंत्र रचने लगे, और एक दिन उन्हें अपने षड़यंत्र में फसा के उन्हें मृत्यु धंद दे दिया, वो मूरख सोचने लगे की उनके रास्ते का काँटा निकल गया है, पर ऐसा नहीं हुआ, जीसस के जाने के बाद संसार में जो बदलाव की आंधी आई वो शायद उनके जीवित रहने पर भी नहीं आती और ये बात जीसस खुद जानते थे, इसलिए उन्होंने ये लीला रची, गोड के द्वारा हमे अपना एकलौता प्रुत्र सौंप देने से एक और सन्देश गोड द्वारा हमे मिलता है वो ये है की समस्त संसार की भलाई की खातिर यदि हमे अपने सप्बसे प्यारी चीज़ को भी यदि कुर्बान करना पड़े तो अवश्य कर देना चाहिए, उसके मोह में पद कर हम कही इससे भी ज्यादा हानि ना कर बैठे, इससे ये सन्देश भी मिलता है की जब जब धरती पे पाप बढेगा जीसस किसी ना किसी रूप में धरती पे आते रहेंगे, और साथ में ये भी सन्देश मिलता है की हम सबका जन्म इस दुनिया में सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के दुःख दर्द बांटने के लिए हुआ है, हमे अपने ताकत के घमंड में आ कर गोड द्वारा सौंपे गए कार्यों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए.....
धन्यवाद
अर्चना मिश्रा
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अर्चना मिश्रा
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