"उनके लिए ये गीत लिखा है,
लाखो हज़ारो में मुझे मेरा मीत मिला है,
था कभी अंजान जो मुझसे आज वो मेरे पास खड़ा है,
दुनिया की भीड़ में मेरा मनमीत मिला,
जिसके लिए मैने ये संगीत लिखा है,
लाखो हज़ारो में मुझे मेरा मेरा मीत मिला है,
उनके लिए ये गीत लिखा है,
उनके लिए ये गीत लिखा है,
उनके लिए ये गीत लिखा है"
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