Saturday, 12 July 2014

वो माँ है इसलिए सताई जाती है

वो माँ है इसलिए सताई जाती है, वो माँ है इसलिए रुलाई जाती है,

बिन कहे सब कुछ सह जाती है,बिन कहे बहुत कह जाती है 

आँखों में आंसुओं के मोती अक्सर वो छिपाती है,

देख कर न पूछ ले कोई हाल उसका इसलिए ही अक्सर मुस्कुराती है,

चोट हमें लगे तो दर्द में वो कराहती है, चिंता में हमारी अक्सर ही वो रो जाती है,

 वो माँ है इसलिए सताई जाती है, वो माँ है इसलिए रुलाई जाती है,




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