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अपनी हर सांस को, तेरे नाम किया है
दिल की हर धड़कन ने , नाम तेरा लिया है
तू अनजान न बन, मेरे ज़ज़्बातों से और
मैंने तो आखिर, दिल तुझको ही दिया है
मेेरे सनम मेरे हमदम, न कर मुझपे सितम
तू खुशी है मेरी , तू ज़िन्दगी है मेरी
न सह सकूँगा अब, तुझसे ये में दूरी
तेरे प्यार के साये में, गुज़ार दूं ज़िन्दगी
न हो कोई अब, फिर कोई मज़बूरी
छोड़ लाचारी सारी, इश्क में और सारे भरम
मेेरे सनम मेरे हमदम, न कर मुझपे सितम
तुझसे पहले थी, ज़िंदगी मे सिर्फ तन्हाई
तुमसे मिलकर, एक आस दिल मे आयी
मुस्कुरा उठा दिल मेरा, जबसे तुझे देखा
सूनी सी ज़िंदगी मे, तू 'मीठी-खुशी लायी
बना कर अपना मुझे, न कर पीछे तू कदम
एक तू ही तो मेरा अपना, यहाँ मेरा हमदम
न दिल तोड़ दिल न दूर जा, कर इतना रहम
मेेरे सनम मेरे हमदम, न कर मुझपे सितम
मेेरे सनम मेरे हमदम, न कर मुझपे सितम
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