Wednesday, 15 May 2013

ये नशा भी क्या चीज़ है यारों

ये नशा भी क्या चीज़ है यारों , हर गम से अनजान है ये,हर हारे हुए की जान है ये ,हर टूटे हुए दिल की शान है ये , 
नशे में डूबा हुआ हर शख्स खुद को सदा जोश में  है पाता , जो नहीं कर सकता वो होश में रह कर वो नशे में डूब कर है कर जाता ,
हर गम-ऐ-ज़िन्दगी के लिए जीने की आस है ये , 
हर भटकते हुए राही की प्यास है ये ,ठोकर लगे हर शख्स के लिए एक नव जीवन की आस है ये ,मझधार में फसे हुए नाविक की आखिरी सांस है ये , दुखो से दूर एक नए खुशहाल जीवन में फिर से लौट आने की इबादत है ये, हर गम हर दर्द से लड़ने की ताकत है ये , 
और क्या बताऊ तुम्हे ऐ मेरे दोस्तों ज़िन्दगी का सबसे हसीं रास्ता है ये, रोते हुए चेहरे पे ख़ुशी पाने का एक आसान सफ़र है ये, 
ज़िन्दगी जीने का गलत ही सही लेकिन मौत को गले लगाने का सबसे सस्ता और बेहतरीन रास्ता है ये, 
 क्योंकि ये नशा भी क्या चीज़ है यारों।

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