मोहब्बत
नाम था कभी खुदा का आज मोहब्बत नाम है बेवफाई का, मोहब्बत नाम था कभी
जहाँ का आज मोहब्बत नाम है तो बस तन्हाई
का,
मोहब्बत नाम था कभी ज़िन्दगी का आज
मोहब्बत नाम तो है बस रुस्वाई का,मोहब्बत नाम था कभी ख़ुशी का मोहब्बत नाम
है तो बस अश्कायी का,
मोहब्बत नाम था कभी मिलन का आज मोहब्बत नाम है तो बस
जुदाई का, मोहब्बत नाम था कभी रब की किसी दुआ का आज मोहब्बत नाम है तो बस इस ज़िन्दगी की ही तबाही का,
मोहब्बत नाम था कभी खुदा का आज मोहब्बत नाम है तो बस
बेवफाई का, मोहब्बत नाम तो है बस बेवफाई का, मोहब्बत नाम तो है बस बेवफाई
का......
No comments:
Post a Comment