मन की गहराइयों में बसाया है सिर्फ़ तुम्हे,
अपनी हर सांस में समाया है सिर्फ़ तुम्हे
,
ना जाना कभी मुझे अकेले यू तन्हा छोड़ कर,
मैने तो अपनी तकदीर बनाया है तुमहे,
और क्या बताऊ तुम्हे मेरे हमदम
जाने कितनी दुआऔँ से पाया है मैने तुम्हे,
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