किसी ने पूछा हमसे ये मोहब्बत क्या है, क्या खुशियों का सेलाब है या अश्कों की बरसात है, वफादारी है या गद्दारी है, मिलन है या जुदाई है , क्या किसी पे मरने का नाम मोहब्बत है या किसी के लिए जीने का नाम ही चाहत है,
हमने उनसे कहा जिसमे अश्कों की बरसात के साथ खुशियों का सेलाब हो, मिलन के बाद फिर जुदाई हो, बेफवाई के बदले जहाँ वफाई हो, जिन्दा रह कर पर किसी पे मरने की लालसा अगर जब दिल में आई हो, दिल में उठी बिन शर्त के इसी भावना का नाम ही है मोहब्बत इसी को कहते हैं चाहत ।।।
वाह वाह क्या बात है बहुत सुन्दर लेख .
ReplyDeleteवाह वाह क्या बात है बहुत सुन्दर लेख .
ReplyDeletethanks Darshan ji
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