Sunday 5 August 2012

bhavre

phool pe jaise mandarate bhavre waise fb pe aashik milte hai, pyar wafa kya hota hai jane na wo, par flirt kr k chat pe jane kitni hi ladkiya pata lete hain.......

Saturday 4 August 2012

दोस्त की जरुरत हर मोड़ पर होती है

दोस्त की जरुरत हर मोड़ पर होती है , पर न जाने क्यों दोस्तों से ही दुरी हर घडी रहती है , ज़िन्दगी की हर ख़ुशी चाहे बाँट ले किसी ख़ास के साथ, पर जब छोड़ कर चले जाने वाले दूर चले जाते हैं साथ तब रोने के लिए किसी की नहीं बस  एक सच्चे दोस्त के कंधे की जरुरत होती है क्योंकि दोस्त की जरुरत हर मोड़ पर होती है।

Thursday 2 August 2012

उनकी हर खता पर हम खामोश रहते

उनकी हर खता पर हम खामोश रहते , इसी खामोसी को वो हमारी कमोरी समझ बैठे , हम तो इसलिए कुछ न कहते थे कही टूट ना जाए दिल उनका, बिखर न जाए कोई ख्वाब उनका ,वो हर बार हमे रुलाते रहे बस ये सोच कर उनकी बेरुखी पर भी हम मुस्कुराते रहे ,शायद ये  ही कर बैठे एक खता  हम , वरना उन्हें भी बता देते दिल तोड़ कर तनहा छोड़ना हमे भी आता है ,पर न चाहत थी उन्हें यु तनहा छोड़ने की हमारी , ना आदत थी किसी को यु सताने की हमारी , बस इस्सी आदत को वो हमारी लाचारी समझ बैठे , और उनकी ख़ुशी के लिए उनके दिए सितम हर पल हम सहते रहते ,उनकी हर खता पर हम खामोश रहते।.........

Saturday 28 July 2012

रिश्ते

यु तो जाने हैं कितने  हमे ज़िन्दगी की भाग दौड़ में  लोग मिलते  , पर कुछ लोग ही ऐसे मिल ते  हैं जिन्हें हम अपना कह पाते हैं , कुछ रिश्ते हमे जन्म से मिलते हैं तो कुछ रिश्ते इसी भाग दौड़ में हमे मिल ते  हैं, कुछ रिश्ते दुनिया में कदम रखते ही हमारे बन जाते हैं तो कुछ रिश्ते दुनिया में आने के बाद हम ही उन्हें बनाते हैं , होती नहीं लेकिन किसी रिश्ते की अहमियत कम या फिर ज्यादा क्योंकि वक़्त और हालात ही उन्हें बनाते हैं बेहद ख़ास या फिर सादा,।

dil mein dard hai aur aankhe nam hain.......दिल में दर्द और आँखे नम हैं.....

दिल में दर्द और आँखे नम हैं , पास हो कर भी दूर हम हैं , जिस एक पल की चाहत में बरसो  गुज़ार दिए आज वो पल हैं और तनहा फिर भी हम हैं। 

dil me dard aur aankhe nam hain, paas ho kar bhi dur hum hain, jis ek pal ki chaahat me barso guzaar diye, aaj wo pal hai aur tanha fir bhi hum hain..

दर्द भरी शायरी

संसार बना लिया
 
अपने दिल के दर्द को हमने शब्दों का जाम पिला दिया , आँख से बहते अश्को को हमने नदिया के नाम से पुकार लिया ,ख़ुशी तो कभी हमे मिली नहीं पर जो दर्द मिला हमे उसी को अपना संसार बना लिया।
 
 
जिंदगी की इस भागमभाग में
 
जिंदगी की इस भागमभाग में कौन अपना है और कौन पराया मुझे अभी तक ये समझ ही नहीं आया , क्या वो अपने है जो सदा दुःख मुझे देते हैं या वो जो मेरे दुखों का मज़ा लेते हैं ,कोई शख्स इस भागमभाग में मुझे ऐसा न मिला जो पोंछ कर अश्क मेरी आँखों से मुझसे एक बार पूछ सके क्या गम है तुम्हे जो अस्कों को बहाए जाते हो ,क्या बात है जो सबसे छिपाए जाते हो, क्या दर्द है तुम्हे जो  किसी को नहीं  बताते  हो ,क्या बात है जो तुम सबसे छिपाते हो ,इस दुनिया में कोई न मिला मुझे मेरा जिसे मैं अपना कह सकू ,जो है रिश्ते मेरे साथ यहाँ वो हैं सब अपना मतलब साधे हुए , हूँ तनहा यहाँ इस दुनिया में बस एक उम्मीद  के साथ जीने पे मजबूर, कभी तो कोई मिलेगा मुझे जो कहेगा मैं तो सिर्फ तेरा हूँ और हमेशा तेरे साथ हूँ मैं।
 
 
 

कभी न सोचा कुछ अपने लिए
 
कभी न सोचा कुछ अपने लिए , था जो सोचा वो  सबके लिए ,कभी न चाहि ख़ुशी कोई अपने लिए जो थी मांगी ख़ुशी उस रब से वो थी सबके लिए , औरों की तरह सिर्फ अपने लिए जीने का कोई अरमान ना था ,जो था अरमान मेरी ज़िन्दगी का वो था सबके साथ रहने का ,पर मेरा नसीबा ही बड़ा बैमान निकला , मैंने तो सबके साथ ख़ुशी बांटने की चाहत की थी  पर मुझे ही इस ज़िन्दगी में किसी का साथ ना मिला ,कसूर किसी का नहीं मेरे नसीब का है , इसी में लिखा था अकेले रहना , इसी में लिखा था  तनहा जीना  , जो था लिखा किस्मत की रेखा में आखिर नसीब से मुझे केवल ये ही तोहफा ही तो मिलना था आज ज़िन्दगी की इस जुस्तजू में मुझे वो ही मिला जो नसीबा ने चाहा  था ,मुझे किसी का साथ नहीं बस ज़िन्दगी का खालीपन मिला, मुझे किसी का प्यार नहीं बस तनहाइयों का साथ मिला ,पर न शिकायत है किसी से और ना कोई गिला है खुद से , खुश  हूँ मैं अपने ग़मों के साथ  क्योंकि खाली नहीं मैं आखिर  किस्मत से मुझे कुछ तो मिला है।
 

duniya ki khatir

Duniya k khatir jane kitno se lad gaye,duniya k khatir apno se dur gaye, duniya k khatir khushiyon se muhh mod gaye, jis duniya k liye hum itne mazboor huye, aur jab jarurat padi hume iss duniya ki to ye duniya wale hume bhool kar jane kis duniya mein chale gaye, na gira ek ashk unki nigaho se aur na tadap thi kisi k dil mei meri bebasi  dekh kar, bhool gaye wo jo humne iss duniya k liye kiya, unhone isse sirf mera farz tha ye nam jo isse de diya, jis duniya k liye humne apni khushiyon ki parwah tak na kabi ki wo hi duniya wale mujhe akela chhod jane kahan chale gaye.........