Tuesday 24 August 2021

प्यार भरी कविता

 ख़फ़ा तुमसे हम हो नही सकते

दूर अब तुमसे हम जा नही सकते

दिलमे बसे हो कुछ यू इस तरह मेरे

तुम बिन अब हम रह नही सकते


दिलकी बात किसीसे कह नही सकते

दर्द जुदाई का अब  हम सह नही सकते

तड़पते है जिसके लिए दिन-रात ऐसे

उससे ये बात देखो हम कह नही सकते


हसना भूल गए हम पर रो नही सकते

आँखे किसीको नम दिखा नही सकते

है दर्द कितना दिलमें मेरे ए हमनशीं

ज़ख्मो पर मरहम भी लगा नही सकते


है मजबूर हम की कुछ कह नही सकते

चुप रहकर यु हम खामोश रह नही सकते

नज़रे बता जाती है मेरी दिलका हाल ऐसे

पर ज़ुबाँ पर नाम उनका ले नही सकते

Love shayri

 "माना तुमसे हो गए हम दूर

न मेरा है इसमें न तेरा है क़सूर

दुनियां की रीत से बंधे हुए हम

जिससे हुए आज हम मज़बूर"

Tuesday 10 August 2021

Romantic shayri

 उनसे मिलने की इक आस लिए बैठे हैं

 क्या हम फिर... .मोहब्बत कर बैठे हैं

Saturday 7 August 2021

दर्द भरी शायरी

"ज़िंदगी की राहों पर बहुत गम मिले मुझे

पग-पग दर्द यहाँ हरदम मिले मुझे

दोस्ती कर ली है अब अपने ज़ख़्मो से

 इस ज़माने से अश्क़ हर कदम मिले मुझे "



"तेरा दूर जाना नही सताता मुझे इतना

जितना तेरा रूठना मुझे रुला जाता है"

खुदसे ही मोहब्बत करने लगी हूँ-कविता

 खुद में ही अब खुश रहने लगीं हूँ

अकेले में अब मुस्कुराने लगी हूँ

हो गयी है मोहब्बत अब खुदसे ही

खुदसे ही बातें अब करने लगी हूँ



दुनिया भुला अपनी ही होने लगी हूँ

खुदसे ही जाने क्या अब कहने लगी हूँ

जरूरत नही किसी हमराही की मुझे

मोहब्बत खुदसे ही अब करने लगी हूँ

Friday 6 August 2021

रोमांटिक शायरी

1-"मुझ में कुछ ऐसे आ गए हो तुम

देखो कैसे मुझमे समा गए हो तुम

जुदा कैसे मानू तुम्हें खुद से अब

मेरे रग रग में अब छा गए हो तुम"



2-" एक खूबसूरत अहसास हो तुम

मेरे लिए बहुत खास हो तुम

दूर हो कितना भले आज मुझसे

पर इस दिलके बहुत पास हो तुम"

इज़हार कर बैठे

 उनकी चाहत में कुछ ऐसे बेकरार हो बैठे

इनकार करते करते फिर हम प्यार कर बैठे

सोचा था न दिल लगाएंगे अब कभी हम

लेकिन फिरसे मोहब्बत का इज़हार कर बैठे