Thursday 9 May 2024

दर्द भरी शायरी

 Archana Mishra:

१-"ख्वाइशें कभी बहुत थी तुझसे,
पर वक़्त के साथ वो भी नही रही

शिकायते कभी बहुत थी तुझसे,
पर वक़्त के साथ वो भी नही रही"

२-"दिल की बात सिर्फ अपनो से की जाती हैं,
शिकायते गेरो से नही अपनो से हो जाती है,
अब शिकायतों का हक भी छूट गया तुझसे,
क्योंकि उम्मीदें सिर्फ अपनो से की जाती है!!"