Monday, 5 December 2011

खो चुके थे उनसे मिलने की हर उम्मीद हम


खो चुके थे उनसे मिलने की हर उम्मीद हम, सोचने लगे थे न मिल सकेंगे उनसे कभी हम, पर आखिर उस रब की नज़र में आये हम,
कबूल कर ली उसने जो दुआ हमारी भी, पहला कहे या आखरी बार ही सही उनसे मुझे एक बार मिला तो दिया, जो खो चुके थे हर उम्मीद उनसे मिलने की हम, उनसे मिलवा कर रब ने मेरे दिल में प्यार की तलास में बुझे हुए चिराग को आखिर इस कदर जला जो दिया......

ek khwaab jo poora ho jaaye


ek khwaab jo poora ho jaaye, ek wada jo kabi toda na jaaye, ek saathi mil jaaye hume b jo hmse kabi door na rah paaye.............

Wednesday, 30 November 2011

Ye ashk to.....

Ye ashk to unke liye bahaye jate h jo apne hmse dur chale jate h, par unke liye ye keemti moti q bahaye jaye jo kabi apne huye hi nhi, mana badnsib h hm jo na mil saka ek sachha chahne wala hme par hm sochte h kabi kabi wo to hmse b h badnasib jisne apne haath se nasib se mile pyar ko hmesha k liye khoya h..

Monday, 28 November 2011

ek ummid jagi h


Dil me unse milne ki ek ummid jagi h, kitni mannato k baad k ghadi muje mili h, sahi h unse maine ye judai barso ki, shayad rab ne meri fariyad sun li h,
bas kuch din k baad wo honge mere saath, jee lenge uss pal ko apni puri zindagi samjh kar, manga tha ye hi wo lamha rab se maine aur aaj muje wo ghadi mil rhi h....

Sunday, 27 November 2011

dua ka asar hai


Aaj mausam kuch bdla-bdla sa h, aaj ye shama me kuch khushnumapan sa h, na to ye kisi k pyar ka asar h aur na ikraar ka, h jo fiza kuch bdli hui isme uss  rab di dua ka asar h.....

क्यों हल चल सी है दिल में

1
 "क्यों हल चल सी है दिल में, 
क्यों ये मेरा दिल  बेक़रार है
 है  तू नही मेरे पास फिर भी 
मुझे तुझसे ही प्यार क्यों है-2

क्यों है मुझे हर पल सिर्फ 
तेरा ही इंतज़ार, 
क्यों तड़पता है तुझे याद कर
 मेरा ये दिल बार बार 







सोचती हूँ मैं जैसे तड़पता है

 मेरा ये दिल सिर्फ तेरे लिए ,
 क्या तेरा भी  दिल तडपा है 
कभी मेरे लिए, 

क्या हुआ तू भी है कभी बेकरार यु  मेरे लिए, 
क्या खोयी है नींद तुने भी अपनी सिर्फ मेरे लिए,

 क्या तेरा दिल भी धड़का है कभी मेरे लिए 
क्या हुआ तू भी है कभी इस तरह बैचेन मेरे लिए, 

क्या कभी की है फरियाद रब से मुझसे मिलन की
 क्या रखी है लाज तूने भी अपने हर वचन की

क्या आये हैं तेरी आँखों में अश्क कभी सिर्फ मेरे लिए, क्या रोया  है तू भी छिप कर कहीं कभी मेरे लिए,



क्यों हल चल सी है दिल में..........................


 ऐ  मेरे दिलबर ये तो बता तुने कभी मुझे चाहा है इस कदर 

अपनी जिंदगी लुटा  सके मुझपे इस कदर, 

कर दे मुझपे कुर्बान अपना सब कुछ, 
लुटा दे सके तो लुटा दे मुझपे अपना हर पल तू, 
थाम कर हाथ मेरा ले चल अपने साथ तू

दे मुझे इतना प्यार की हर कोई कहे देख कर तुझे आशिक हो तो सिर्फ तेरी तरह, 


 नहीं मांगती तुझसे मैं वो दुनिया की दौलत,
 बस मांगती हूँ साथ तेरा जो हो मेरे पास हर पल, 

चाहे हर लम्हा मुझे अपनी तू दुनिया समझ कर 
मैं मैं चाहू तुझे अपना रब समझ कर



मिले मुझे इतना प्यार तुझसे बेपनाह, 

 आ बाहों में ले तू तुझे बना ले अब अपना

 रहे पास मेरे हमेशा अपना हक़ समझ के, 
न जाये तू मुझसे कभी यूँ रूठ के ,

 न जुदा हो मैं तुझसे कभी,!
मेरी साँसों में रहे तू सदा

तेरे  दिल में रहू मैं सदा, 

रहे ये प्यार हमारे बीच सदा इस तरह 
जैसे दो जिस्म  हो मगर  हो 
एक जान  इस तरह, 
न तू हो मुझसे दूर कभी 
न जाऊ मैं तुझसे कही दूर कभी,

करती हूँ उस रब से ये फ़रियाद बार बार,

हर जन्म में बनू   बस तेरी मेरे यार

 तेरे दिल में हर पल सिर्फ  मैं ही रहू,
करती हूँ रब से बस ये ही एक फ़रियाद ,

कर ले वो इसे स्वीकार,
 करते रहे हम
 ऐसे ही  मोहब्बत बेशुमार!


क्यों हल चल सी है दिल में, 

क्यों ये मेरा दिल  बेक़रार है, 
 तू नही मेरे पास फिर भी मुझे
 तुझसे ही प्यार क्यों है, 

क्यों है मुझे हर पल
 सिर्फ तेरा ही इंतज़ार, 
क्यों तड़पता है तुझे याद कर
 के मेरा ये दिल बार बार-२

क्योँ हलचल सी है............-२"





Thursday, 24 November 2011

Jindgi se koi ummid nhi bachi h

Jindgi se koi ummid nhi bachi h, jise apna samjha usi ne daga muje di h, g chahta h gale laga k muje poche aansu mere koi, kahi mil jaye aur seene se laga le muje koi, h pta muje jahan me koi nhi aisa mere liye, siwa uss khuda k jisne abi tak h taar meri sanso k meri zindagi se baandhe huye....