Monday 13 January 2020

मेरी शायरी

१-"नया नया शौक लगा है हमें आग से खेलने का

पर डर भी लगता है हमें की कहि जल न जाये"


२-"अब इन रास्तों से डर लगने लगा है हमें

कही फिर से यहाँ हम फिसल न जाये"


३-"बहुत ही अजीब होती है जिंदगी की ये रेलगाड़ी

जाने कितने मुसाफिरों से मिलवाती फिर जुदा करवाती है"


४-"हर तरफ बस एक धुँआ देखते हैं हम

एक अजीब सा गहरा कुआँ देखते हैं हम

टूटी भरोसे की दीवार हर तरफ पड़ी है

सोचते बस ये क्या हुआ देखते है हम"

Sunday 12 January 2020

शायरी हिंदी

1- "वक्त मिले तो हमें याद कर लेना
फुर्सत हो तो कभी बात कर लेना"


2- "तुमसे दूर कैसे जाए अब
बिन तुम्हारे न रह पाए अब"

मेरी शायरी-प्यार भरी शायरी

1-ऐसा कोई पल नही जब जुबाँ पर तुम्हारा जिक्र न हो
ऐसा कोई दिन नही जब हमे तुम्हारी फिक्र न हो


2-पल पल तुम्हारी याद आती है
हर लम्हा क्यों हमे तड़पाती है
नही चलता है जोर ख़्वाबो पर किसी का
ख्वाबों में भी तेरी ही सूरत नज़र आती है


3-अब तो हम खुद में ही खोये रहते हैं
न जागे और न सोये रहते हैं
बस तुम्ही रहते हो ख्यालो में अब
तुम्हारी यादों को ही संजोय रहते हैं


4-"इतनी दूर हो कर भी तुमसे मोहब्बत कर बैठे
पास अगर होते तुम्हारे तो क्या कर जाते"


5-मेरे लिए कितने खास हो तुम
एक खूबसूरत अहसास हो तुम
दूर कैसे मानू खुद से तुम्हे मैं
इन यादों में मेरे साथ हो तुम


6-ज़िंदगी मे ये क्या हम काम कर गए
अपना दिल किसी के नाम कर गए
साँसे भी तुझसे ही आने लगी हैं मेरी
तेरे नाम अपनी हर सुबह-शाम कर गए

Friday 10 January 2020

रोमांटिक शायरी

1-"तुम्हारे प्यार में हुई सबसे बेखबर
चली आयी पास तुम्हारे दुनिया छोड़कर"


2-"सोना चाहती हूँ तुम्हारी आगोश में अब
खोना चाहती हूँ तुम्हारे प्यार में अब
चलो गिरा दे आज सारी दीवारे प्यार में
मोहब्बत में कुछ यूं मदहोश हो जाये अब"
❤❤😘❤❤

Wednesday 8 January 2020

मेरी शायरी

१-"रिमझिम बरसात आज होने दो
प्यार भरी रात में आज सोने दो
आ जाओ करीब अब इतने तुम
नदी को सागर में आज खोने दो"

२-"कहने को बहुत कुछ है तुमसे
पर मेरे पास अल्फ़ाज़ नही है
प्यार तो है तुमसे बेइंतहा मुझे
बस मेरे पास लफ्ज़ नही है"



Tuesday 7 January 2020

मेरी शायरी

"मिलों जो कहि तो प्यार का इज़हार करू
मोहब्बत से ज़िंदगी तेरी गुलज़ार करू
गुज़ार दु हर शाम तेरी बाहों में कुछ ऐसे
हर लम्हा बस तुझ से मैं अब प्यार करू"

मेरी शायरी

दिल में तुम्हारी तस्वीर उतर गयी

मुझे मुझ से ही बेखबर कर गयी

हुई मोहब्बत धीरे धीरे कुछ यु

दुनिया से दूर मुझे तुम्हारा कर गयी