Saturday 22 February 2020

मेरी शायरी

1-जाने ऐसा क्या जादू किया है तुमने मुझ पर
हर पल हर जगह बस तुम्ही नज़र आते हो

2-"आज फिर टूटे हुए शीशे को जोड़ने की कोशिश की

फिर बहती हवा को इस ओर मोड़ने की कोशिश की

पर जितनी कोशिश की हर टुकड़े ने ज़ख़्म ही दिया

आज फिर टूटे हुए रिश्तों को जोड़ने की कोशिश की"

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