Thursday 27 February 2020

मेरी शायरी-हिदी रोमांटिक

1-"दूर रह कर भी मैं दूर नही आपसे
मैं तो आपमे ही हूँ आपसे अलग कहाँ"

2-"न समझना मुझे खुद से अलग
मैं तो अब परछाई हूँ आपकी"

3-''दिल से रूह में समा गए हो  तुम
कुछ ऐसे मुझमें समा गए हो तुम"

4-"प्यार तो बहुत है तुमसे बस जता नही पाते
मुश्किल है बिन तुम्हारे जीना ये बस बता नही पाते"

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