Sunday 28 January 2024

प्यार वाली शायरी

 जय सिया राम।  

"जैसे सिया बिन राम अधूरे

राधा बिन घनश्याम अधूरे

वैसे ही दिल-ओ-जान से

   तुम बिन हम सुबह शाम अधूरे"

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