Saturday, 7 August 2021

खुदसे ही मोहब्बत करने लगी हूँ-कविता

 खुद में ही अब खुश रहने लगीं हूँ

अकेले में अब मुस्कुराने लगी हूँ

हो गयी है मोहब्बत अब खुदसे ही

खुदसे ही बातें अब करने लगी हूँ



दुनिया भुला अपनी ही होने लगी हूँ

खुदसे ही जाने क्या अब कहने लगी हूँ

जरूरत नही किसी हमराही की मुझे

मोहब्बत खुदसे ही अब करने लगी हूँ

Friday, 6 August 2021

रोमांटिक शायरी

1-"मुझ में कुछ ऐसे आ गए हो तुम

देखो कैसे मुझमे समा गए हो तुम

जुदा कैसे मानू तुम्हें खुद से अब

मेरे रग रग में अब छा गए हो तुम"



2-" एक खूबसूरत अहसास हो तुम

मेरे लिए बहुत खास हो तुम

दूर हो कितना भले आज मुझसे

पर इस दिलके बहुत पास हो तुम"

इज़हार कर बैठे

 उनकी चाहत में कुछ ऐसे बेकरार हो बैठे

इनकार करते करते फिर हम प्यार कर बैठे

सोचा था न दिल लगाएंगे अब कभी हम

लेकिन फिरसे मोहब्बत का इज़हार कर बैठे

Wednesday, 28 July 2021

Self love pr kavita

जानें क्यों कुछ में मचलने लगी हूँ

कहते कहते क्यों में रुकने लगी हूँ

हुआ था न पहले ये कभी  मुझे

खुद से ही मोहब्बत में करने लगी हूँ


रास्तों पर अकेले में टहलने लगी हूँ

खुद से ही बातें मैं अब करने लगी हूँ

खोई रहती हूँ  यु अब दुनिया भुला

बस कुछ ऐसे खुश में रहने लगी हूँ


पल-पल ऐसे अब मैं संवरने लगी हूँ

कुछ ऐसे अब में यु निखरने लगी हूँ

हो गयी है आशिक़ी खुद से ही मुझे

ख़ुद पर ही अब तो में मिटने लगी हूँ


 

Romantic hindi shayri

 "तू है दिल की धड़कन तू ही सुकून है मेरा

तुझ से है ख़ुशी मेरी ....तू ही जुनून है मेरा"

Friday, 23 July 2021

प्यार भरी शायरी। romantic shayri

 "जी चाहता है सब भूल जाऊ में

आज तेरी कुछ ऐसी हो जाऊं में

बाहों भर लो आज मुझे तुम ऐसे

की बस आज तुझमे खो जाऊ में


बन तेरी दूर तुझ से न जाऊ मैं

कुछ ऐसी आज तेरी बन जाऊं में

लुटा दूँ प्यार तुझ पर यु इस कदर

इश्क में तेरे खुद को भूल जाऊ में"

Sunday, 11 July 2021

Romantic shayri

 जाने क्यों ये दिल बेकरार बहुत है

मोहब्बत का किया इज़हार बहुत है

तुम सताते हो  हर लम्हा फिर भी

जाने क्यों तुम से हमे प्यार बहुत है