Sunday, 19 February 2023

मेरी रचना

  बस तेरे ही इश्क में जीना है 

सिर्फ  तेरे ही इश्क मे मरना हे 

ऐ मेरे हमदम ,आज हमे

बस कुछ, ऐसा करना है 


है अधूरी ज़िंदगी बिन तेरे, ओ सनम

बिन तेरे अब तो , मुझे नही रहना है 


हू दूर तुझसे बहुत में, ऐ मेरे हमनशि

जुदाई का ये जहर, अब नही पीना है 


तू है दरिया ,मै नदी की धारा हूं 

संग तेरे अब , मुझे बस बहना है


'मीठी 'सी तेरी याद मुझे सताती है 

तूही है 'खुशी' मेरी तुझसे ये कहना है 


बस तेरे ही इश्क में जीना है 

सिर्फ  तेरे ही इश्क मे मरना हे 

Tuesday, 26 October 2021

मेरी शायरी

 जीवन में बस एक किनारा ढूंढते हैं

बिखरे हुए से बस एक सहारा ढूंढते हैं

टूट कर गिरे है दिलके टुकड़े मेरे यहाँ

सूनी ज़िंदगी मे एक साथी प्यारा ढूंढते हैं




प्यार वाली शायरी

" जी चाहता है दुनिया भूल जाऊँ मै

आज तेरी बाहों में कुछ यूं खो जाऊँ मै

बन जाऊँ तेरी आज सब कुछ भुला कर

ए मेरे हमदम आज बस तेरी हो जाऊँ मैं"

प्यार वाली शायरी

 "ए दिल  तू बेकरार बहुत है

तुझे उन पर ऐतबार बहुत है

वो करते नही याद तुझे फ़िर

तुझे उनका इंतजार बहुत है'

प्यार भरी शायरी

 "जाने ये कैसा रिश्ता है तुमसे मेरा

हरपल नज़र आता है मुझे इक चेहरा तेरा

दूर हूँ तुझसे हूँ मज़बूर बहुत मैं हालातो से

कम नही होता प्यार जो है सागर से भी गहरा"

दर्द भरी शायरी

1-"खुश रहने की हसरत में ग़मो को गले लगा लेते हैं

बहते हुए इन अश्कों को आज भी हम छिपा लेते हैं

नही चाहते कोई पूछे दिल का हाल हमारा अब

इसलिए महफ़िल में आज भी हम मुस्कुरा लेते हैं"


2-"ठोकरे न मिलती, सम्भलना न सीख पाते

अगर गिरते नही तो, उठना न सीख पाते

आँसू न मिलते अगर, महफ़िल में हमें तो

दुनियां में देखो फिर, जीना न सीख पाते"

दर्द भरी शायरी

 चलते  चलते जाने क्यों हम आज रुक से गयेक

हते कहते कुछ जाने क्यों हम चुप हो से गये

अतीत की यादों ने फ़िर घेर लिया इस कदर हमे

मुस्कुराते मुस्कुराते आज फ़िर क्यों हम रो से गये