Saturday, 3 July 2021

Love hindi shayri

 दिल की बात बताना न आया हमें

रोकर फ़िर मुस्कुराना न आया हमे

वो देते रहे पल पल ज़ख्म इश्क में

पर इल्ज़ाम उनको न देना आया हमे


दर्द में भी उन्हें न सताना आया हमे

इश्क़ में किसी को रुलाना न आया हमें

सहते रहे सितम हम ज़माने के यूँही 

ज़ज़्बातो को फ़िर जताना न आया हमें

मेरी प्यार भरी शायरी

 दूर जितना तुमसे हम होना चाहते हैं

करीब उतना ही खुदको हम पाते हैं

कैसा रिश्ता है तुमसे मेरा ए मेरे  हमनशीं

तुमसे है मोहब्बत और तुमसे ही छिपाते हैं

Tuesday, 29 June 2021

Romantic-shayri Hindi


तुम बिन जिया नही जाता

इक पल रहा नही जाता

ज़िस्म में बसे हो रूह की तरह

जुदाई का ये दर्द सहा नही जाता

 

Sunday, 13 June 2021

दर्द भरी शायरी

 "बंज़र है ज़मीं सूखे ये नज़ारे है

इस भीड़ में खड़े हम बेसहारे हैं

तूने जो छोड़ा साथ तन्हा है हम

तेरे इश्क़ में आज बने बेचारे है


ख्वाब दिखा तूने कहा अब न तुम्हारे है

टूटे हुए दिलके टुकड़े अब न ये हमारे है

वफ़ा की तूने दी ये सजा कैसी मुझे

इस तन्हाई में अश्क ही अब मेरे सहारे हैं"

Saturday, 12 June 2021

मेरी प्यार भरी शायरी

 "आज फ़िर तेरी याद मुझे आयी

देख फिर मेरी आँख भर आयी

तू तो है बेखबर मेरी मोहब्बत से

पर तेरे लिए मैं दुनिया छोड़ आयी"

प्यार भरी शायरी

 "मीठी से हवा चली अभी

क्या तुमने कुछ कहा अभी

ख़ुशी से झूम रहा दिल मेरा

तुम्हेभी ये अहसास हुआ अभी"

Friday, 11 June 2021

मेरी कविता




"तेरे  बस  एक दीदार  के  लिए ये नज़रे हम बिछाय बैठे हैं
न मिल जाये नज़रों से नज़रे इसलिए पलकें झुकाये बैठे हैं
कभी तो आयेगा तू मेरी इन गलियों में ये यकीं है हमे 
इसलिए इन राहों में हम फूलों  को  ऐसे बिछाये बैठें है

न सताये अँधेरा तुझे इसलिए दिन में भी दिये जलाये बैठे हैं
तुझ से एक मिलन के कितने हम सपने सजाये बैठे हैं
है यकीं मुझे तुझ पर तुझसे भी ज्यादा मुझें मेरे दिलबर
इसीलिए दूर तुझ से रह कर भी देख दिल तुझ से लगाए बैठे हैं"


मेरी नई कविता🙏🏻🙏🏻😄❤️❤️😄