उनकी चाहत में कुछ ऐसे बेकरार हो बैठे
इनकार करते करते फिर हम प्यार कर बैठे
सोचा था न दिल लगाएंगे अब कभी हम
लेकिन फिरसे मोहब्बत का इज़हार कर बैठे
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उनकी चाहत में कुछ ऐसे बेकरार हो बैठे
इनकार करते करते फिर हम प्यार कर बैठे
सोचा था न दिल लगाएंगे अब कभी हम
लेकिन फिरसे मोहब्बत का इज़हार कर बैठे
जानें क्यों कुछ में मचलने लगी हूँ
कहते कहते क्यों में रुकने लगी हूँ
हुआ था न पहले ये कभी मुझे
खुद से ही मोहब्बत में करने लगी हूँ
रास्तों पर अकेले में टहलने लगी हूँ
खुद से ही बातें मैं अब करने लगी हूँ
खोई रहती हूँ यु अब दुनिया भुला
बस कुछ ऐसे खुश में रहने लगी हूँ
पल-पल ऐसे अब मैं संवरने लगी हूँ
कुछ ऐसे अब में यु निखरने लगी हूँ
हो गयी है आशिक़ी खुद से ही मुझे
ख़ुद पर ही अब तो में मिटने लगी हूँ
"तू है दिल की धड़कन तू ही सुकून है मेरा
तुझ से है ख़ुशी मेरी ....तू ही जुनून है मेरा"
"जी चाहता है सब भूल जाऊ में
आज तेरी कुछ ऐसी हो जाऊं में
बाहों भर लो आज मुझे तुम ऐसे
की बस आज तुझमे खो जाऊ में
बन तेरी दूर तुझ से न जाऊ मैं
कुछ ऐसी आज तेरी बन जाऊं में
लुटा दूँ प्यार तुझ पर यु इस कदर
इश्क में तेरे खुद को भूल जाऊ में"
जाने क्यों ये दिल बेकरार बहुत है
मोहब्बत का किया इज़हार बहुत है
तुम सताते हो हर लम्हा फिर भी
जाने क्यों तुम से हमे प्यार बहुत है
जी चाहता है ख़फ़ा तुम से हो जाऊं में
कुछ ऐसे तुम को भी अब सताऊं में
पर इस दिल को तुम से प्यार बहुत है
फिऱ कैसे तुम से अब यु दूर जाऊं मैं
तेरी याद में पलकें मेरी भीग जाती हैं
इस भीड़ में तेरी याद मुझे सताती है
तु खुश है तड़पा कर मुझे इतना कैसे
बिन तेरे ज़िस्म से रुह निकल जाती है
काश तू समझ सकता मेरे ज़ज़्बातों को
बिन तेरे देख मेरी आँख भर आती हैं
तोड़ कर चला गया दिल मेरा तू ऐसे
मेरी हर धड़कन फिरभी तुझे बुलाती है