Thursday 9 November 2017

गीत-हाँ सुन

सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन
मेरी पायल कहती है क्या सुन
सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन-२

खन खन खनकती मेरी चूड़िया
सुन क्या कहती है
तू भी तो आज सुन हाँ-२

मेरी बिंदिया दमकती है
क्या कहती है
इसकी भी तो सुन हाँ सुन-२

लबो की लाली है निराली
पुकारे तुझको ही हरदम
सुन इसकी भी तो सुन
ऐ हमदम इसकी भी तू सुन

ये कजरा ये गज़रा बुलाये तुझको
ऐ मेरे दिलबर सुन इनकी जरा सुन

सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन-२

धड़कन मेरी दिलसे मिलकर
कुछ कहती है
आ कर पास मेरे बात इसकी
धीरे से तू भी आज सुन हाँ सुन

सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन-२

मेरी साँसों में मेरे जज़्बातों में

इन इरादों में रहता है जो
सुन इनकी येही धुन 
तू भी तो आज सुन


प्यार में घायल है आज ये 'मीठी'

पुकार 'ख़ुशी' की जानेमन तू सुन


सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन
मेरी पायल कहती है क्या सुन
सुन धीरे से ये धुन हाँ सुन--४

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