Wednesday 15 January 2020

मेरी शायरी

1-"इस महफ़िल में मिलते हैं हर रोज़ नए चेहरे मुझे
पर हमें तुम्हारे सिवा कोई और नज़र ही नही आता"


2-न होना ख़फ़ा मुझसे न रूठ जाना
दिल तोड़ कर मेरा न दूर मुझसे जाना❤❤


3-इस तरह तो न अब मुझे खुद से दूर रखो

बना कर धड़कन मुझे अपने दिल मे रखो

अब तो आ जाओ करीब तुम  मेरे

अपने ज़ज़्बातों पर यु क़ाबू न रखो


4- ज़िंदगी मे अपना कुछ यूं अहसास भर दो

 अपनी मोहब्बत की आज बरसात कर दो

भीग जाए इस प्यार भरी बारिश में आज हम

मुझे अपना बना सब नज़र अंदाज़ कर दो


5-"आज चलो कुछ ऐसा कर जाए हम

साँसों से रूह में कुछ यु उतर जाए हम

सुन सके एक दूसरे की धड़कनें भी

मोहब्बत में कुछ ऐसा कर गुज़र जाए हम"

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