Tuesday 9 July 2024

दर्द वाली शायरी

 किसी ने मेरे मुस्कुराने की वज़ह पूछी तो आँखे हो गयी नम

मेहफिल मे पूछा गया दिल तोड़के आखिर है तुम्हें क्या गम

रोते-रोते भी अश्क सूख चुके है इन आँखों से अब मेरी दोस्तों

साँसें ज़िंदगी की हर पल घोटती है क्यूँ अब मेरा ये दम





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