Saturday, 1 February 2020

प्यार भरी शायरी

1-आपकी याद हमें बेचैन कर जाती है
हर जगह आपकी ही सूरत नज़र आती है
होता है हर पल अहसास आपका ही हमे
अब तो बिन आपके हमे नींद नही आती है


2-ऐसे न रूठना कभी जो हम मना न सके
यु दूर न जाना कभी जो हम पास आ न सके

3-आप तो आये नही आपकी याद आ गई

देखिए कैसे चुपके से नींद मेरी चुरा गई

आपके ही ख्यालों में खोई रहती हूँ अब

आपकी हर बात मुझे यु बेकरार कर गयी


4-चलो आज खुद को कुछ यु भुला दे हम

कुछ ऐसे एक दूजे को अपना बना ले हम

खो जाये एक दूसरे के प्यार में आज ऐसे

चलो इन दूरियों को आज मिटा दे हम


5-काश फिर वो हसीं शाम आये

जिस पल आपका पैगाम आये

बैठी हूँ आपके  ही इन्तज़ार में कब से

काश आपके लबों पर भी मेरा नाम आये

Monday, 27 January 2020

प्यार भरी शायरी

1-"मेरी वो रात खूबसूरत बन जाती है
जब ख्वाब में आप नज़र आते हो''


2-"तुमसे दूर हो कर न रह पाये हम

जुदा तुम से हो कर न जी पाये हम

है कितना प्यार बस तुम से ही हमे

दिलकी ये बात तुमसे न कह पाये हम"


3-तुम ही इबाबत हो मेरी

तुम ही आदत हो मेरी

हो तुम जरूरत मेरी ज़िन्दगी की

तुम ही दिलका सुकूँ और हसरत हो मेरी


4-तुम्हें खुद से जुदा न कर सकेंगे

तुम से दूर अब न रह सकेंगे

तुम तो ज़िंदगी बन गए हो हमारी

बिन तुम्हारे अब न जी सकेंगे

Thursday, 23 January 2020

हार्ट ब्रोकन शायरी

1- "नफरत है इस दिलसे मुझे इसने तो बस दोखा दिया है
धड़का मेरे सीने में और नाम किसी गैर का लिया है"


2-"तुमसे कोई शिकवा नही मुझे शिकवा तो खुद से है
जो तुम दे सकते थे मुझे आखिर वही तो मुझे दिया
ख़ता खुद से है कि आखिर मैंने तुम पर ऐतबार क्यों किया"


2-" अच्छा हुआ वक्त रहते फितरत पता चल गई तुम्हारी
वरना मासूमियत में हम जाने क्या कुछ कर जाते"

सैड शायरी

काँटो से खुशबू की उम्मीद लगा बैठे
कातिल से ज़िन्दगी की उम्मीद जता बैठे
कसूर फिर भी उनका नही है साहब
क्योंकि एक गैर से हम दिल जो लगा बैठे

Wednesday, 22 January 2020

दर्द भरी शायरी

काँटो से दोस्ती कर समझ बैठे अब वो चुभेंगे नही

पर चुभना तो फितरत है उनकी ये भूल गए हम

देखो कितने प्यार से चुभ कर ये ज़ख़्म दिया है उन्होंने

पर ख़ता उनकी भी कहाँ हैं, ये तो हमारी है

काँटो पर इतना एतबार जो हम कर बैठे थे

दर्द भरी शायरी

1- "जब अपनी ही इमारत की जड़ कमजोर हो
तो भूकंप को क्या दोष देना"

2-"बहुत शौक लग गया था न मुझे आग से खेलने का
देखो जला दिया न"

महबूबा शायरी

सर्द मौसम और तेरा इस तरह शर्माना

अदा है तेरी इस तरह दिल मेरा चुराना

दिल के आईने में उतर गई हो तुम मेरे

मिलो कभी तुम्हें अपना हाल ए है बताना