Sunday, 8 March 2020

दर्द भरी शायरी-हिंदी

गम छिपा सबसे झूठे ही मुस्कुराते है
बेदर्द दुनिया से अपने ज़ख़्म छिपाते है
हम खुश हैं इस महफ़िल में बहुत
अश्क़ छिपा सबको यही हम बताते हैं

अपना बना लोग यहाँ फिर रुलाते है
वफ़ा की बात कह दगा लोग कर जाते हैं
किसे अपना कहे 'मीठी-खुशी' यहाँ अब
मरहम बता चोट पर लोग तेजाब गिरा जाते हैं

Wednesday, 4 March 2020

Romantic shayri

उफ्फ ये भोलापन ये मासूम अदा
देख तुझे तझपे है दिल मेरा फिदा
आजा अब न और तड़पा ए ज़िंदगी
न रह सकूँगा होके अब तुझसे जुदा


Monday, 2 March 2020

तन्हा शायरी-हिंदी

ऐ ज़िंदगी तू रुलाती बहुत है
ऐ ज़िन्दगी तू सताती बहुत है
देती है ज़ख़्म पग-पग मुझे तू
ऐ ज़िंदगी क्यों तू तड़पाती बहुत है

खुशी के ख्वाब भी दिखाती बहुत है
फिर अश्क़ भी इतने बहाती बहुत है
तुझे समझने की कोशिश बहुत की
ऐ ज़िंदगी क्यों तू तड़पाती बहुत है

मिला कर किसी को दूर ले जाती बहुत है
फिर भी झूठी आस तू दिखाती बहुत है
बैठ अकेले में सोचती हैं 'मीठी-खुशी'
ऐ ज़िन्दगी क्यों तू तड़पाती बहुत है

Romantic shayri-hindi

आपके इतंज़ार में तड़पता है दिल मेरा
आपके लिए ही बेकरार है ये दिल मेरा
कैसे समझाऊ इस नादाँ दिल को में
आपको ही याद करता है ये दिल मेरा

Thursday, 27 February 2020

रोमांटिक शायरी-हिंदी

"कुछ ऐसे मुझे दिल मे बसा लो
जरूरत नही मुझे अपनी आदत बना लो"

मेरी शायरी-हिदी रोमांटिक

1-"दूर रह कर भी मैं दूर नही आपसे
मैं तो आपमे ही हूँ आपसे अलग कहाँ"

2-"न समझना मुझे खुद से अलग
मैं तो अब परछाई हूँ आपकी"

3-''दिल से रूह में समा गए हो  तुम
कुछ ऐसे मुझमें समा गए हो तुम"

4-"प्यार तो बहुत है तुमसे बस जता नही पाते
मुश्किल है बिन तुम्हारे जीना ये बस बता नही पाते"

Meri shayri-hindi

"न समझना मुझे खुद से जुदा कभी
में तो साथ हूँ हर पल तुम्हारे साया बन कर"