अपने हो कर भी गेर लगने लगे हो,
पास रह कर भी दूर होने लगे हो,क्या मोहब्बत का यही अंजाम होता है,
खामोसी से क्या कुछ कहने लगे हो
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अपने हो कर भी गेर लगने लगे हो,
पास रह कर भी दूर होने लगे हो,तेरे इश्क मे आज एक कहानी लिख दूँ
मोहब्बत की दास्ताँ जुबानी लिख दूँ
तू हो राजा मेरा और बनू मे तेरी रानी उसमे
नाम तेरे अपनी ये ज़िंदगानी लिख दूँ
एक सदी से इंतज़ार था ,किसी का
जिससे कुछ दिल की बात, कह तो ले
इंतजार था बस उस एक ,हमनशीं का
जिसके कंधे पे सर रख कर, रो तो ले
है आज भी तन्हा ,बीते कल की तरह
न मिला जिससे हाल ए दिल, कह तो ले
जिसको बनाना चाहा, राजगार दिलका
चला गया कहकर, तेरा दर्द हम ले क्यों ले
है अल्फाज़ बहुत सारे, बयां करने को
कोई नही ऐसा जो, इन्हे कभी सुन तो ले
खुद रोते हैं खुद ही ,अश्क पोछ लेते है
मेरे रोने की वज़ह, काश कोई पूछ तो ले
रोज़ टूटते है रोज़ बिखरते है ,जिनके लिए
काश कभी यु बिखरा हुआ, मुझे देख तो ले
"काश इक झलक हम तुझे देख तो लेते,
कुछ पल इस ज़िंदगी के जी तो लेते,
रुलाया बहुत है अपनो ने गेर बना कर
काश साथ किसी गेर के हम मुस्कुरा तो लेते"
वक़्त मिले तो मुलाकात कर लेना,
बस कुछ थोड़ी सी बात कर लेना,
तेरे सीने से लगने की हसरत है मुझे,
बाहों मे भर कर ये खुराफात कर लेना"
आसमां से टूटा बस, वो एक तारा हूँ मैं
कहते है ये लोग की, बड़ा बेचारा हूँ मैं2014 me kisi k liye likhi mere dwara likhi kuchh lines...