Friday 11 July 2014

मेरी रचनाये

१ * 
जीवन की इस डगर पे  चलते-चलते  हुए जाने कितने से मुलाकात होती है,
कोई देता है साथ ज़िन्दगी भर तो किसी से रुस्वाई ही मिलती है  है,
यु तो कहते हैं सब  साथ न छोड़ेंगे कभी तुम्हारा जब तक ये  जीवन है हमारा,
जो कहते हैं ऐसा अक्सर उन्ही से ही ज़िन्दगी में बेवफाई मिलती है। 






२* 
उमर   भर  साथ निभाने का नाम है दोस्ती,

     प्यार भरे रिश्ते का नाम है दोस्ती,
    
    देख कर जो अश्क आँखों में दोस्त के 

हँसा के उसे खुद रो पड़े इस अहसास का नाम है दोस्ती,




३* 

बस एक नगमा  सिर्फ तेरे नाम लिखा है,
उसमे हाल-ऐ-दिल बयां लिखा है,
पसंद आये तो कुबूल उसे तुम करना,
और न आये तो यार किसी और से सेटिंग करा देना।।। हाहाहा 


४*

मैं तेरे भरोसे ही तो इस  दुनिया में आई हूँ,
मैं तेरे लिए ही इस दुनिया में आई हूँ,
न भूल जाना माँ मुझे भाई के पैदा होने पर,
मैं भी तो प्यार तेरा पाने के लिए ही दुनिया में आई हूँ,






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