Wednesday 1 March 2017

गीत-जिसके लिये मैंने किया इंतज़ार है

''जिसके लिये मैंने किया इंतज़ार है
जाने वो मेरा दिलबर कहाँ है-२

प्यासी है नज़रे मेरी जिसके लिये
जाने वो मेरा दिलबर कहाँ है

दिन बीते माह बीते बीत गये सालो साल
नही मिला वो जिसके बिन हुआ ये हाल
बस उनसे मिलन की आस है इस दिलमे
जाने वो मेरा दिलबर कहाँ है

जाने कौन है वो कैसा कहाँ है
बाहों में जिसकी मेरा जहाँ है
जिसके लिये मैंने किया इंतज़ार है
जाने वो मेंरा दिलबर कहाँ है

याद में उसकी मुझे नींद नही आती है
रह रह कर दिलमे ये ही बात उठती जाती है
कब वो करीब होंगे सुन ओ 'मीठी' तुम्हारे
तुमसे मिलन की 'ख़ुशी' से ये आँख भर जाती है-२

तेरी याद में हाये ये उमर बीती जाती है
तू आये न आये ज़िन्दगी गुज़री जाती है-२

बस तुझसे ही तो किया मैंने  इकरार है
आज कह दे तू भी तुझे मुझसे ही प्यार है

जिसके लिये मैंने किया इंतज़ार है
जाने वो मेरा दिलबर कहाँ है-२''




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