Tuesday 28 February 2017

गीत-है ये कैसी मुश्किल


है ये कैसी मुश्किल ये कैसा असर है
जिधर हम देखते है तू आता नज़र है-2

तुझे कैसे बताये तुझे कितना चाहते हैं
दिलकी हर धड़कन में तुझे ही पाते हैं
शायद तेरी चाहत का ये मुझपे असर है

लुटाई है तुझ पर अपनी ये ज़िंदगानी
तुझसे ही तो शुरू हुई मेरी हर कहानी
जो भी हूँ आज में बस तेरी नज़र है
शायद तेरी मोहब्बत में ना कोई कसर है

है कैसी ये मुश्किल.................


मेरी ख़ुशी का तुम ही आसरा हो
जिधर मैं देखु तुम्ही हर जग़ह हो-2

वफ़ा का वादा ये कभी तोड़ न जाना
मुझको अकेला तुम छोड़ के न जाना-2

जी न सकेंगे एक पल भी अब तुम्हारे
करी है ये ज़िन्दगी अब तुम्हारे हवाले

गम बेवफाइ का तुम मुझे दे न जाना
मझधार में तनहा छोड़ के न जाना
की है जो मोहब्बत 'ख़ुशी' हर तरफ है
शायद तभी ज़माने से 'मीठी' बेखबर है

है ये कैसी मुश्किल ये कैसा असर है
जिधर हम देखते है तू आता नज़र है-2



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