Thursday 3 April 2014

मेरे जीवन कि दर्द भरी कहानी है

मेरे जीवन कि दर्द भरी कहानी है, दिल में गम और आँखों सिर्फ पानी है, टूटे हुए ख़्वाबों के साथ ज़िन्दगी में आज कितनी वीरानी है, खता बस इतनी सी है ऐ मेरे खुद बस चाहा था इस ज़माने से पल दो पल का खुशियों भरा अफसाना, माँगा था औरों कि तरह ज़िन्दगी का अपनी ये तराना, ना पता था मुझे ये ही मेरा कसूर होगा, जिसको को भी हम समझेगे अपना वो ही दूर होगा, बेवफा दिलबर ही हर दफा मेरी किस्मत को  ही मंज़ूर होगा, फरेबी  आशिकों से आशिकी कि  मिली मुझे ये सजा, जिसकी वज़ह से मेरी ज़िन्दगी में अश्क और ग़मों के सिवा कभी कुछ न हासिल हुआ,

टूट कर बिखर गए ख्वाब मेरे जैसे टूट कर बिखर जाता है आसमान से तारा ज़मीं पर, बिखर  गए  हर कहीं पर  पर अरमान भी सभी अब मेरे जैसे बिखर जाता है शीशा टूट कर ज़मीं पर,


अरमानों भरे इस दिल को तोड़ कर अपना मुह मोड़ कर जाने वाले इन आशिको कि  बेवफाई से ही आज छाई ज़िन्दगी में मेरी  इतनी वीरानी है,दिल में है गम और आँखों में बस पानी है, ये  ही मेरे  जीवन कि दर्द भरी कहानी है, दिल में है गम और आँखों में बस पानी है… 

No comments:

Post a Comment