Sunday 21 May 2017

गीत-चुरा ले गया दिल

"चुरा ले गया दिल मेरा तेरा ये भोलापन
फिर भी चाहे बस तुझको ही मेरा मन-2

क्यों लगे है मुझे तू अपना
है हकीकत या है एक सपना-२

तेरी सादगी ही ने दिल मेरा है चुराया
लाखो है हंसी यहाँ पर दिलमे तू ही आया-२

दुनिया की भीड़ में तनहा मैं रहता हूँ
बिन तेरे कितना अकेला मैं होता हूँ

चुरा ले गया....................................

सुनाई देती है आवाज़ तेरी पायल की खन खन
कर गयी दीवाना हाय ये तो बस मेरा मन-2

अपने मिलन की आस दिलमे जगाये हुए हूँ
तेरी ही एक तस्वीर बस दिलमे बसाये हुए हूँ

कभी तो होगा मिलन भी यहाँ अपना
पूरा होगा अरमान और हर एक सपना-२

अधूरी सी लगती है अब ये ज़िन्दगी मेरी
आजा गले लग जा मेरे ओ जानेमन

चुरा ले गया.............................


ना होना जुदा मुझसे अब कभी तुम
बन गयी हो अब मेरी ज़िन्दगी तुम

दिल दिया है तुम्हे तुमको ही चाहा
हर लम्हा तुझको ही मैंने तो चाहा

मासूम सा चेहरा ये तेरा
तेरी हर ये भोली अदा-२

बस इसे ही देख कर मैं
हो गया हूँ तुम पर फ़िदा-२

मिलते बहुत है मुझे लोग जहाँ में
पर तुझसे मिलकर ही लगे है अपनापन

चुरा ले गया दिल मेरा तेरा ये भोलापन
फिर भी चाहे बस तुझको ही मेरा मन-४"
--
Thanks and Regards
*****Archu*****

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