Friday 25 August 2017

गीत-चोरी चोरी

चोरी चोरी दिल मेरा वो ले ही गया
चुपके से दिलमे मेरे वो आ ही गया-२

ना ना बहुत की थी हमने उसे
हाँ हाँ ना की थी हमने उसे-२

धीरे धीरे धड़कन मेरी वो बन ही गया
होले होले दिलमे मेरे वो बस ही गया-२

चोरी चोरी.........................

मोहब्बत का नाम सुना कभी
आशकी की बात सुनी थी कही-२
दिल लगाना भला होता है क्या
इसकी खबर ना दी थी कभी-२

सुना था दिल के चोर है लोग बहुत
सुना था यहाँ लोग चितचोर है बहुत-२

सोचा था ,क्या कोई दिल मेरा भी चुराएगा
सोचा था, क्या कोई करीब मेरे भी आयेगा-२

जाने कैसे उसको पता इस दिलका मिल ही गया
तन्हाई में ये गुल अब यहा तो खिल ही गया-२

आँखों में आँखे ना डाली थी उसने
फिर भी दिल दिलसे मिल ही गया-२

चोरी चोरी............................-४

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