Wednesday 27 September 2017

कविता-प्यार नही मिला

"सबकुछ मिला हमे बस इक यार नही मिला
इश्क की सजी महफ़िल में इक प्यार नही मिला

जो बना अपनी ज़िन्दगी दिलमे बसा ले मुझे
बस ज़िन्दगी में ऐसा इक दिलदार नही मिला

खोजती रही आँखे मेरी हर गली चौबारे पर
मोहब्बत का हसीं वो इक संसार नही मिला

मिले लोग मुझे भी दिल के सौदागर कुछ यहाँ
पर ख्वाबो के इश्क का इक बाजार नही मिला

सबकुछ मिला हमे बस इक यार नही मिला
इश्क की सजी महफ़िल में इक प्यार नही मिल-2😭😭"

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