Sunday 11 May 2014

मैं हिन्दुस्तानी बाला हूँ,

" गोरी नही काली हू, दुनिया से बड़ी निराली हू, मैं बाला हिन्दुस्तानी हू,

रुकती नही बस चलती हू, चलते हुए नही थमती हू, मैं बाला हिन्दुस्तानी हू,

थकती नही निरन्तर बहती रहती हू, मैं एक नादिया जो लड़की बन के घर-घर मे रहती हू, मैं बाला हिन्दुस्तानी हू,

नित्या यातना सहती हू, दंश लड़की बनने का सहती हू पर फिर भी ना कुछ कहती हू, मैं बाला हिन्दुस्तानí हू,

मैं एक छोटी चिड़िया हूँ जो हर डाल पर रहती हूँ
मैं बोल नही सकती लेकिन अपनी आवाज मैं कहती हूँ
की मैं एक बाला  हिंदुस्तानी हूँ


कमजोर मान कर जो उपहास मेरा उड़ाते है वो समझ ले ज़रा मैं ही दुर्गा और काली हू, मार भगाए फिरंगी जिस धरती से मैं ही झाँसी की रानी हू, मैं बाला हिन्दुस्तानी हू,

मेरी खामोशी को मेरी मज़बूरी ना समझना, मेरी नादानी को मेरी मज़बूरी मत समझना, मैं ही चंडिका और विकराली हूँ मैं हिन्दुस्तानी बाला हूँ, 

मैं हिन्दुस्तानी बाला हूँ, मैं हिन्दुस्तानी बाला हूँ, मैं हिंदुसतानी बाला हूँ.."

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