Monday 5 May 2014

एक सच्चा हमसफ़र…।

लोग कहते हैं ब्रेक अप  के बाद आपके पास गम और तन्हाई और बीती बातो को याद कर रुलाई के सिवा और कुछ नहीं रह जाता, पर हम कहते हैं जिन रिश्तो में ब्रेक उप हो वो रिश्ता कहा है मज़बूत कहलाता, जहाँ होगा प्यार सच्चा न होगी कोई जगह दूरियों के लिए और न होगा कोई फासला अपने सनम के लिए, ब्रेक उप तो नाम बहुत दूर है जहाँ होगा सच्चा प्यार वह तरसेंगे दो दिल झगडे के लिए,



और अगर बात बात पे बात बिगड़े और होने लगे झगडे तो तोड़ कर ऐसे रिश्ते अकेले रहना ही हर शख्स बेहतर समझे, रोने-धोने और आंसू बहाने से क्या फायदे, ऐसे रिश्ते को ढोने से भी नहीं मिलने वाले है कोई रास्ते, बेहतर हो की मज़िल अलग कर रास्ते भी अलग ढून्ढ ले, जो ढो  रहे है झूठे रिश्ते उन्हें वही पे छोड़ दे,



अपनी ख़ुशी के लिए और अपनों की ख़ुशी के लिए कुछ दिन गम और तन्हाई के  बिता कर फिर से एक नयी चाहत को ढूंढने के लिए कही फिर निकल चले,



अतीत से बस इतना सीखे की इस बार मज़िल और रास्ते की तलाश में दुनिया की रंगीनियों में न कही डूबे, मिल जाएगा एक सच्चा हमराही कभी तो ये हौसला इस ज़िन्दगी में यु ही बनाये रखे,


चलते चलते अकेले राहों में टोकने वाले हज़ार मिलेंगे, चलते चलते  अकेले राहों में राह भटकाने वाले हज़ार मिलेंगे पर दिल से न लगने देना उनकी हर बात को , चलते रहना यु राह में चाहे आंधी आये  बरसात हो,


मिल जाएगा एक दिन वो हमनशीं चाहे बीते ज़िन्दगी के कितने दिन या बीती कई रात हो, ढोये हुए झूठे रिश्ते से दूर एक सच्चे रिश्ते की तलाश में घुमते हुए इधर उधर मिल ही जाएगा एक दिन वो राही और एक सच्चा हमसफ़र चाहे ज़िन्दगी के कितने हि दिन फ़िर  अब साथ हो …। 

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