Thursday 12 June 2014

तेरे बिन क्या है जीना, क्या है जीना तेरे बिन, बिन तेरे हूँ भला क्या मैं, क्या हूँ मैं तेरे बिन,

तेरे बिन क्या है जीना,
  क्या है जीना तेरे बिन,

बिन तेरे हूँ भला क्या मैं,
 क्या हूँ मैं तेरे बिन,



तेरे बिन कही चेन मुझे मिले न,
  चेन ना आये कही  तेरे बिन,

बिन तेरे मिले न सुकून मुझे, 
कही सुकून ना आये मुझे बिन तेरे,



तेरे बिन दिन न कटे, 
न कटे ये दिन भी तेरे  बिन,

बिन तेरे न रात कटे,  
न कटे ये रात भी बिन तेरे,


तेरे बिन न है ये सुबह मेरी,
 न है ये सुबह मेरी तेरे बिन,

बिन तेरे है हर शाम से ये दूरी मेरी,
 है अब दूरी मेरी हर शाम से बिन तेरे,



तेरे बिन न है ख़ुशी मेरी, 
न है ख़ुशी मेरी  तेरे बिन,

बिन तेरे न है इन लबों पे हसी,
 न है हसी इन लबों पे बिन तेरे,


तेरे बिन टूट कर बिखर गयी है
 हर जगह हर कही ये  "मीठी-ख़ुशी ",

 बिखर गयी है टूट कर
 हर कही हर जगह' तेरे बिन, 


बिन तेरे जाने कहाँ
 खो गयी है ये 'मीठी-ख़ुशी', 

जाने कहाँ खो गयी  है बिन तेरे,

तेरे बिन न इसे चेन मिले, 
न मिले चेन इस तेरे बिन,

तेरे बिन पुकारती है ये तुझे हर कही, 
कहती रहती है बस ये है,

तेरे बिन क्या है जीना,
 क्या है जीना तेरे बिन,

बिन तेरे हूँ भला क्या मैं, 
क्या हूँ मैं तेरे बिन,


तेरे बिन क्या है जीना,
 क्या है जीना तेरे बिन,

बिन तेरे हूँ भला क्या मैं, 
क्या हूँ मैं तेरे बिन,



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