Sunday 4 February 2018

फिर एक प्रेम कहानी पार्ट-२(स्टोरी)

पार्ट-२
(सन-1920)आसिफ अली के घर पर शाम 4 बजे फ़ोन की घंटी बजती है, आसिफ साहब फ़ोन उठाते हैं “हेलो आसिफ अली स्पीकिंग”
फ़ोन के दूसरे तरफ से आवाज़ आती है “आसिफ साहब में संजय बोल रहा हूँ तुम्हरा बिज़नेस पार्टनर”

आसिफ-“हाँ बोलो में सुन रहा हूं”
संजय- “आसिफ हम इस बार शिमला जा रहे हैं, सुना है काफी बर्फबारी हुई है वहा, क्या तुम भी हमारे साथ चलना पसन्द करोगे, मेरा एक पुराना घर भी है वहा तो रुकने की भी दिक्कत नही होगी”।

आसिफ-“नही संजय तुम जाओ एन्जॉय करो मुझे यहाँ दिल्ली में बहुत काम है, माफ करो चाह कर भी नही चल सकता”।

संजय-“अर्रे यार काम तो चलता ही रहता है, कुछ वक्त अपने लिए भी निकालो, देखो तुम्हारी भाभी भी ज़िद कर रही है बोल रही है आसिफ भइया को साथ नही लाये तो वो भी नही जायँगी, यार प्लीज चलो न, मेरी छुट्टिया क्यों बिगाड़ रहे हो”।

आसिफ-“ठीक है ठीक है चलता हूँ पर एक महीने से ज्यादा नही रुकूँगा वहाँ”।

संजय-“ओके गुड फाइन एंड थैंक यू दोस्त, कल ही निकलते हैं, तुम पैकिंग कर लेना हम तुम्हे पिकअप कर लेंगे”।

अगले दिन वो लोग शिमला के लिए निकल पड़ते हैं और उसके अगले दिन शिमला पहुच जाते हैं, आसिफ अली संजय के साथ उसके ही घर में रुकते हैं।
अगली सुबह संजय-“आसिफ मेरी छोटी बहन रिया यहां के एक कॉलेज में पड़ती है, होस्टल में रहती है, सोच रहा हूं जब तक हम यहाँ है उसे भी यही कुछ दिन के लिए बुला लू, साथ मे वो भी एन्जॉय कर लेगी साथ ही जो शिकायत रहती है उसे की भईया उसे टाइम नही देते वो शिकायत भी दूर हो जाएगी”।

आसिफ-“बिल्कुल सही आईडिया है, पर तुमने बताया नही की तुम्हारी कोई छोटी बहन भी है और इतनी दूर रहती है”।

संजय-“हाँ रिया के बारे में मैंने कम ही लोगो को बताया है, सच तो ये है वो मेरी सौतेली बहन है पर में उससे सगी बहन जैसा ही प्यार करता हू, वो नही जानती की में उसका सौतेला भाई हूँ, मम्मी पापा के बाद अब हम दिनों का एक दूसरे के  सिवा कोई नहीं”।

आसिफ अली-“आई अंडरस्टैंड एंड ब्लेस”

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