Friday 13 December 2019

चंद अल्फ़ाज़

 "हर पल क्यों ये अहसास तुम्हारा है
लगता है जैसे तुमने हमे पुकारा है
पता है हमें मोहब्बत नही तुम्हे हमसे
फिरभी क्यों इस दिलमे नाम तुम्हारा है"🙏🙏🙏🙏

"हे ईश्वर मुझे हर उस चीज़ से दूर रखना जो मुझे आपसे दूर करती है"

मेरे दिलमे रहना धड़कन बन कर
ज़िस्म में रहना रूह बन कर
न मुझे खुद से कभी जुदा करना
सदा रहना मीरा के श्याम बन कर"

"मौसम की तरह वो अब बदलने लगे हैं
रहते थे जो साथ अब अकेले चलने लगे हैं"

"ये शबनमी रात है

मीठी सी कोई बात है
तुम नही पास मेरे
पर तेरा ही अहसास है"

"ज़ख़्म देती रही ज़िंदगी फिर भी तुझे ठुकरा न सके
मिले दर्द इतने फिर भी क्यों दूर तुझसे न जा सके"

"गुज़रा बीता कल बहुत याद आता है
संग तेरे जिया वो पल बहुत याद आता है"

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