"जब
जब मेँने उस काली छाया को देखा है तब-तब उसने मेरे बच्चैँ को मुझसे छीना
है, सुना है मेने सती सावित्री के बारे मेँ जो यमराज से भी छीन लायी अपने
पति के प्राण, हम नही थे इतने महान जो बचा सकते उनकी जान, वो काली छाया छीन
ले गयी उन्हेँ हमसे बिलखता छोड़ कर हमे और बना गयी इतना बेबस इन्सान"
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