Saturday 28 September 2013

एक आम लडकी की तरह ही जीने की हसरत थी

एक आम लडकी की तरह ही जीने की हसरत थी मेरी, एक आम लडकी तरह ही छोटी छोटी ख्वाइशेँ थी मेरी, छोटे छोटे सपने थे मेरे और लडकियोँ की तरह,


हसरत थी एक प्यार भरे जहाँ को पाने की, चाहत थी इतनी सी उस इन्साँ को पाने की,
Archana

पर मुझे नहीँ पता था किस्मत मेँ मेरी ही यु अकेले रहना लिखा था,
Archana

प्यार जिससे किया मेँने उस रब ने हर उस को मुझसे छीना, पल दो पल की मुस्कान दे कर मुझे मेरी हर खुशी को मुझसे छीना, खता बस इतनी सी की मैँने जो हसरत करी थी आम लडकियोँ की तरह जीने की, ख्वाब देखे उनकी तरह जीने के, भूल गये अपनी सरहदेँ शायद तभी तो अपनी चाहत के बदले मुझे किस्मत से धोखे मिले,

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